नगर निगम के विकास कार्य मात्र वीआईपी मूवमेंट तक ही सीमित रह गए हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री के आगमन से पहले सड़कों पर गड्ढे भर दिए गए हैं जबकि आम दिनों में लोग शिकायत करते-करते थक जाते हैं लेकिन उनकी सुनाई नहीं हो पाती। स्थानीय जनप्रतिनिधि कई बार यहां पर सड़कों के मरम्मत की मांग उठा चुके थे, मगर एक वर्ष से निगम प्रशासन ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। नगर निगम के वर्षगांठ समारोह और वीआईपी मूवमेंट की बात आई तो आनन फानन में सड़कों का रंगरोगन का काम शुरू कर दिया गया।
सोमवार को श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के ग्राउंड में नगर निगम ऋषिकेश अपनी पहली वर्षगांठ मनाने जा रहा है। इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के भी शिरकत करने की उम्मीद है। इसी के चलते नगर निगम ने आनन फानन मेें सड़कों पर हुए गड्ढे तो भर दिए, जिन्हें सूखने और मजबूत होने मेें करीब दो से तीन दिन लगने हैं।
- बीते एक वर्ष से शांतिनगर की सड़कें कई जगहों पर क्षतिग्रस्त पड़ी थीं, लेकिन रातों रात सड़कों के गड्ढों को भरे जाने की कसरत इशारा कर रही है कि ये चमक दमक आम लोगों के लिए नहीं वीवीआई मूवमेंट के लिए है।
- राहुल दिवाकर, निवासी शांतिनगर
- स्थानीय लोग यहां पर सड़कों की मरम्मत के लिए नगर निगम प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वीआईपी मूवमेंट को देख निगम प्रशासन को अचानक जिम्मेदारी का अहसास हो गया।
- उदित जिंदल, निवासी परशुराम चौक
इस तरह से रोज निगम क्षेत्र में वीआईपी मूवमेंट होना चाहिए। कम से कम इसी बहाने नगर निगम को सड़कों पर गड्ढे तो दिखते हैं। आम दिनों में नगर निगम बजट का रोना रोता है जबकि ऐसे कार्यक्रमों में बजट की कमी नहीं होती।
- आदेश गोयल, निवासी परशुराम चौक
गंगा नगर की सड़क तो पता नहीं कब से क्षतिग्रस्त हुई पड़ी थी। लोग गुहार लगाकर थक गए लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। शुक्र है कि क्षेत्र में वीआईपी कार्यक्रम रखा गया इसी बहाने से सड़क की मरम्मत हो गई।
- विभुव अग्रवाल, निवासी गंगानगर